Home Loan EMI Calculator: घर खरीदना सबका सपना होता है. लेकिन यह सवाल अक्सर मन में आता है कि आपकी सैलरी के हिसाब से क्या आपको लोन लेकर घर खरीदना चाहिए? अगर हाँ, तो कितना लोन लेना सही रहेगा?
आज हम आप को इस ब्लॉग पोस्ट (Home Loan EMI Calculator) के माध्यम से बताने जा रहे है की आप आपकी सेलेरी के हिसाब से कितनी लोन ले सकते है ताकि आप फैलसा कर सके की आपको कितने रुपियों की लोन लेनी चाहिए.
घर खरीदने से पहले अपनी सैलरी को समझे:
जब आप घर खरीदने का फैसला ले चुके है तब आपको आपकी महीने की तनखा पे ध्यान से समझने की जरुरत है क्योंकि आपकी सेलेरी का एक बड़ा हिस्सा होम लोन EMI (Equated Monthly Installment) में जाएगा. इसलिए यह जानना बेहद आवश्यक है की सेलेरी के हिसाब से कितने EMI का वहन कर सकेंगे.
50-30-20 नियम को फोलो करे:
यह एक स्टैण्डर्ड रुल है जिसे अगर आप फोलो करते है तो आपको वित्तीय परेशानी नहीं होगी. चलिए समझते है की यह 50-30-20 नियम क्या है.
- 50%: रोजमर्रा के खर्चे (किराया, बिजली, राशन आदि)
- 30%: मनोरंजन, छुट्टियाँ, और अन्य इच्छाएँ.
- 20%: बचत, निवेश, और लोन की EMI.
इसे उदहारण से समझते है. माँ लीजिये आपकी सैलरी 50000 रुपये है तो आपको अपनी EMI को 10,000 रुपये (20%) तक सीमित रखना चाहिए. इससे आपको आर्थिंक तंगी का सामना नहीं करना पडेगा.
EMI और सैलरी का केलकुलेशन:
यहाँ आपको यह समझना है की Home Loan की EMI आपकी मासिक सैलरी के 40-50% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. उदाहरण के लिए:
- अगर आपकी सैलरी 30,000 रुपये है, तो EMI 12,000-15,000 रुपये तक हो सकती है.
- अगर सैलरी 1 लाख रुपये है, तो EMI 40,000-50,000 रुपये तक हो सकती है.
अगर आपकी EMI सैलरी का 50% से ज्यादा हो जाती है, तो आपके लिए दैनिक खर्चे और बचत करना मुश्किल हो सकता है.
कितना होम लोन लेना चाहिए?
होम लोन लेने से पहले आपको अपनी सैलेरी, उम्र, सैलेरी की बढ़ोतरी, लोन की अवधि आदि बातों का ध्यान रखाना चाहिए.
होम लोन राशि का हिसाब:
आम तौर पर बैंक आपकी सैलेरी का 4 से 6 गुना तक लोन दे सकता है. जैसे की
- अगर आपकी वार्षिक सैलरी 6 लाख रुपये है, तो आप 24-36 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं.
- अगर सैलरी 12 लाख रुपये सालाना है, तो 48-72 लाख रुपये तक का लोन मिल सकता है.
होम लोन की समय मर्यादा:
यह तैय करना होगा की आप लोन कब तक चुकाना चाहेंगे, जितना ज्यादा समय उतना EMI कम होगा लेकिन आपको व्याज ज्यादा चुकाना पड़ सकता है.
- अगर आपकी सैलेरी कम है तो बैंक द्वारा सामान्य तौर पर आपको 20 से 30 साल की लोन लेने की सलाह दी जाती है.
- अगर आपकी सैलेरी ज्यादा है तो आपके लिए 10 से 15 साल का लोन बहेतर है.
चलिए उदाहरण से समझते है:
30 लाख का लोन, 8% ब्याज पर, 20 साल के लिए: EMI करीब 25,000 रुपये. और वही,
लोन 10 साल के लिए: EMI करीब 40,000 रुपये.
सैलरी के हिसाब से घर की कीमत:
सामान्य नियम यह है की आप्पके सालाना सैलेरी से आपके घर की कीमत 5 से 6 गुना ज्यादा होनी चाहिए. जैसे की
अगर आपकी सालाना सैलरी 3 लाख रुपये है तो आपके घर की कीमत 15-18 लाख रुपये तक हो सकती है.
अगर आपकी सालाना सैलरी 10 लाख रुपये है तो आपके घर की कीमत 50-60 लाख रुपये तक हो सकती है.
इसके साथ आपको 20 से 30% डाउन पेमेंट के लिए तैयार रहना होगा.
घर खरीदने से पहले ध्यान देने योग्य बातें:
- क्रेडिट स्कोर: आपका CBIL Score अगर 750 से ज्यादा है तो आपको कम व्याज पर लोन मिल सकता है.
- अन्य खर्चे: घर खरीदते समय एनी खर्चों के लिए भी तैयार रहना चाहिए जैसे की रजिस्ट्रेशन, स्टांप ड्यूटी, और मेंटेनेंस.
- इमरजंसी फंड: कम से कम 6 महीने की सैलरी के बराबर बचत रखें, ताकि किसी इमरजंसी की स्थिति में EMI चुकाने में आपको तकलीफों का सामना ना करना पड़े.
- भविष्य की योजना: शादी, बच्चों की पढ़ाई, मेदिअक्ल खर्चे या अन्य बड़े खर्चों को ध्यान में रखें.
कम सैलरी वालों के लिए सुझाव:
अगर आपकी सैलेरी 20,000-30,000 रुपये/माह है तब भी आप घर खरीद सकते है. यहाँ हमने आपके लिए कुछ सुझाव दिए है जिससे आपको अपने घर खरीदने का फैसला लेने में आसानी होगी.
- छोटे शहरों में घर खरीदें: बड़े शहरों में घर की कीमतें ज्यादा होती हैं। छोटे शहरों में सस्ते घर मिल सकते हैं.
- जॉइंट लोन लें: पति-पत्नी या परिवार के किसी अन्य सदस्य के साथ मिलकर लोन लें. इससे ज्यादा लोन मिलाने की संभावना रहती है.
- अन्य: अगर स्थानीय सरकार की कोई स्कीम का लाभ ले सकते है.
ज्यादा सैलरी वालों के लिए सुझाव:
अगर आपकी सैलेरी ज्यादा है तो भी आप जल्दबाजी में ज्यादा लोन ना ले. यहाँ हमने आपके लिए कुछ सुझाव दिए है जो आपको घर खरीदते वक्त ध्यान में रखने चाहिए.
- अधिक डाउन पेमेंट करें: आपकी सैलेरी ज्यादा है तो आप डाउन पेमेंट ज्यादा दे सकते है, इससे लोन की राशि कम होगी और ब्याज पर बचत होगी.
- छोटी अवधि का लोन चुनें: इससे आप जल्दी लोन चुका सकते हैं.
- लक्जरी प्रॉपर्टी से बचें: जरूरत से ज्यादा महंगा घर खरीदने से आर्थिक बोझ बढ़ सकता है. जीतनी जरुरत हो उतना ही घर ख़रीदे.
निष्कर्ष:
लोन पर घर खरीदना एक सवेंदनशील फैसला है. इसलिए जिम्मेदारी से और सावधानी से फैसला करे. अपनी सैलरी, खर्चों, और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर ही लोन की राशि और घर की कीमत तय करें.
क्या आपने कभी लोन पर घर खरीदने की योजना बनाई है? अपने अनुभव या सवाल हमारे साथ कमेंट में शेयर करें!
डिस्क्लेमर: यह पोस्ट सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है किसी भी तरह के आर्थिक व्यव्हार करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरुर ले. आपके वित्तीय भविष्य की जिम्मेदारी आपकी है, और हम आपको सूचित और जिम्मेदार निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.